Wednesday, October 22, 2014

क्योंकि मौसम सुकूनभरा है, कपास के पौधे जोड़े जाते हैं दृश्य में - माज़ेन मारूफ़ की कवितायें – ६


 कतरन

- माज़ेन मारूफ़

मगर तुम उदास हो
और मेरे पास तुम्हारे वास्ते एक मुस्कान खरीदने को
न एक फ़ालतू मोज़ा है
न कोई स्क्रीन या कोई ख़राब टीवी
जिसके भीतर मैं तुम्हारा खाका खींच सकूं;
अपना फटा हुआ टेडी बीयर थामे
एक लड़की  
जो रो रही है
उसकी वजह हमें नहीं मालूम.
और तुम उदास हो
और मैं
एक उलटा पड़ा झींगुर
और
क्योंकि मौसम सुकूनभरा है
कपास के पौधे जोड़े जाते हैं दृश्य में
और वह लड़की
बग़ीचे की गोद में
बैठती है
टांगती है
टेडी बीयर के चेहरे पर
दो मुलायम गड्ढे
उसका पेट भरा हुआ है कपास से
लड़की की आँखें
आंसुओं से
लेकिन झींगुर अचानक उठता है
दुष्टता के साथ ग़ायब होता हुआ दृश्य से
कतरनों की पहली ठेलागाड़ी में
क्योंकि वह थक गया है
एक बटन में
बदल न पाने से
उस तरह देखते हुए
आसमान को.