Sunday, November 26, 2017
प्रस्ताव
प्रस्ताव
-
इब्बार रब्बी
वह प्रस्ताव हूँ
जो पारित नहीं हुआ
रद्दी में फेंक दो उसे
[
1984
]
1 comment:
सुशील कुमार जोशी
said...
वाह
November 26, 2017 at 8:56 AM
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
1 comment:
वाह
Post a Comment