सुदूर कैरेबियन कबाड़खाने से कुछ कबाड लेकर आया हूँ,आज आपको कैरेबियन संगीत में भजन गाते है उसे आप यहां सुनेंगे,कैरेबियन चटनी होती है झमाझम
संगीत और मधुर कंठ, आज थोड़ा भजन सुनिये,सैम बूधराम की मस्त आवाज़ का जादू,तेज़ कैरेबियन संगीत के बीच खांटी सैम की आवाज़ कम से कम मस्त तो करेगी ही... आपको अंदर से थिरकने पर मजबूर भी कर देगी, वैसे सैम ने बहुत शानदार चटनी गाई हैं...पर चटनी में भजन जैसा कुछ सुनने को मिले तो आप कैसा महसूस करेंगे, अब ज़्यादा ठेलम ठेली के चक्कर में मज़ा जाता रहेगा तो पहले एक तो मुरलिया आप सुने और दूसरा जै जै यशोदा नंदन की...सुनिये, हम तो अपने लोक गीतो को मरते हुए देख रहे है... पर सोचिये हज़ारों मील दूर, हमारे भाई बंधू अब तक उन गानों भजनों को अपने कबाड़खाने में संजो कर रखे हुए हैं, ये क्या कम बड़ी बात है।
तो दोनो रचनाएं Sam Boodram की हैं
बाजत मुरलिया जमुना के तीरे..............
जै जै यशोदा नंदन की.....
4 comments:
आपकी सोना पर बिसवास बहुत मज़बूत है प्यारे विमल भाई. एक बार फिर लाजवाब और नायाब चीज़ लाए हैं आप. शुक्रिया साब! ज़रा जल्दी-जल्दी आया करें तो हमारे कूं भी मज्जा आता रहे बड़े भाई!
बहुत ही मस्त लगा....
विमल भाई जिंदाबाद ......क्या चीज़ ले कर आए हैं विमल भाई । मज़ा आ गया । कई बार सुन चुका हूं। वाह वाह वाह...
काबिले तारीफ है जन्मभूमि के प्रति लगाव, संस्कृति की जड़ें सचमुच गहरी होती हैं।
अद्भुत ।। बस यही शब्द हो सकता है इन शानदार रिकॉडिंग के लिए।
मजा आ गया।
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