Wednesday, August 6, 2008

उमराव बुन्दू ख़ां साहब की सुन्दर नार

कल सुबह मेल में आदरणीय असद ज़ैदी जी का मेल था. साथ में एक अटैचमेन्ट.

मेल यूं थी:

"उमराव बुन्दू खाँ दिल्ली घराने के मशहूर सारंगीवादक बुन्दू खाँ के बेटे
थे. खुद भी बहुत मशहूर हुए. उमराव खाँ सारंगीनवाज तो थे ही, गाते भी बहुत
अच्छा थे. उनकी आवाज में गौड़ सारंग की यह बन्दिश सुनकर लगता है कि इसकी
ईजाद इन्हीं के लिये हुई थी."

सुनिये साहब:

3 comments:

siddheshwar singh said...

उस्ताद की नार पसंद आई साहब!
सारंगी कब बजेगी?

सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठी said...

वाह! क्या कहने...

Priyankar said...

उस्ताद उमराव खां की गाई यह बंदिश 'सुंदर नार' लाजवाब लगी . उस्ताद बुंदू खां साहब की सारंगी तो कई बार सुनी पर उनके सुपुत्र उमराव खां को सुनने का यह पहला मौका आपके जरिए मिला .

बुंदू खां साहब के सारंगीवादन की नौ-दस क्लिप्स 'आईटीसी-एसआरए' की साइट पर उपलब्ध हैं .

संगीत रसिकों के लिए इस साइट पर हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत के शताधिक दिग्गजों की लाजवाब क्लिप्स मौजूद हैं .