Saturday, November 27, 2010

सपनों के बारे में दो उस्तादों के बयान



कार्य उन कार्यों का सपना भी नहीं देख सकते जिन्हें सपने पूरा कर सकते हैं.

-फ़र्नान्दो पेसोआ



यह सच नहीं है कि लोग सपने देखना इस लिए छोड़ देते हैं कि वे बूढ़े हो चुके. वे सपनों का पीछा करना छोड़ देने के कारण बूढ़े होते हैं.

-गाब्रीएल गार्सीया मारकेज़

6 comments:

महेश वर्मा mahesh verma said...

Dreams are more real than reality itself, they're closer to the self.

GAO XINGJIAN

महेश वर्मा mahesh verma said...

I'm sick of following my dreams. I'm just going to ask them where they're goin', and hook up with them later.
Mitch Hedberg

गणेश जोशी said...

सपने ही न हो तो जीवन नीरस लगाने लगेगा.....................

प्रवीण पाण्डेय said...

दोनों ही दमदार बयान।

अजेय said...

I dreamed I was a butterfly, flitting around in the sky; then I awoke. Now I wonder: Am I a man who dreamt of being a butterfly, or am I a butterfly dreaming that I am a man?”....Chuang Tzu

neetu arora said...

हमारे सपने हमें बनाते हैं ...............