Saturday, February 25, 2012

लेकिन हमारी आंखों में नींद नहीं, मिस्टर टैंबूरिन मैन

युवा कबाड़ी सुशोभित सक्तावत का लिखा मुझे भाता है. बहुत भाता है. इधर उन्होंने संगीत के तमाम आयामों को छूते कई लेख लिखे हैं. उन्होंने लोर्का के पत्रों का पुस्तकाकार अनुवाद किया है जो संवाद प्रकाशन से छपकर आया है. मेरे एक इसरार पर उन्होंने अपनी वह किताब और कुछेक लेख मुझे भेजे हैं. ज़ाहिर है यह मेरे लिए किसी खजाने के मिलने जैसा है. आज से आप के साथ बांटने जा रहा हूँ. आज सुशोभित लिख रहे हैं मेरे चहेते गायकों में से एक बॉब डिलन पर-



बॉब डिलन के गायन की तुलना किसी भी लोकप्रिय रॉक या जैज गाने से नहीं की जा सकती। उसके गायन की तुलना केवल लोकगायकों और जनगायकों से की जा सकती है। उसके गीतों की तुलना लोकस्मृति में रचे-बसे आल्हा और बिरहे से की जा सकती है। उसे सुनते हुए पॉल रॉब्सन के रेडिकल राजनीतिक तराने या लोर्का के जिप्सी बैलेड्स याद आते हैं। बॉब गायक से बढ़कर एक कवि है, वॉल्ट विटमैन की तरह वह स्वयं का उत्सव मनाता है और दूर्वाओं पर हस्ताक्षर करता चलता है।

1965 में जब डिलन का गीत ‘लाइक अ रोलिंग स्टोन’ आया, तो लगा, जैसे किसी ने ठोस हवा की दीवार में मुक्का मारकर उसमें छेद कर दिया हो। बूज्र्वा संस्कृति के प्रति जिस हिकारत से दांत पीसते हुए डिलन ने यह गीत गाया, उसने मौजूदा काउंटर कल्चरल मूवमेंट को एक नई भंगिमा दी। डिलन के साथ मानो एक पूरी नस्ल पतनशील सभ्यता से पूछ रही थी : ‘हाऊ डज इट फील, टु बी विदाउट होम, लाइक अ रोलिंग स्टोन?’

पश्चिमी पॉप संगीत की परंपरा में रिदम एंड ब्ल्यू और रॉक एन रोल के साथ ही कंट्री और फोक संगीत की भी एक सजीव अंतर्धारा हमेशा प्रवाहित रही। बॉब डिलन के साथ कंट्री संगीत एक अनन्य आधुनिक भावबोध ग्रहण करता है। डिलन के बैलेड्स में बीटनिक कवि एलेन गिंसबर्ग और कंट्री सिंगर जीम रीव्ज एकसाथ गा रहे थे।

गिटार और माउथ ऑर्गन उसके संगी-साथी थे। आजाद हवा उसके गेसुओं में गिरहें गूंथती। काले चश्मे के नीचे छुपी उसकी आंखों में उसके लहजे का तंज दबा-छुपा रहता, लेकिन उसकी आवाज उसके भीतर पैठी इंटेंसिटी को छुपा न पाती। फ्रैंक सिनात्रा, बिल विदर्स और पॉल मैकार्टनी की सुरीली आवाज के अभ्यस्त कानों ने ऐसी आवाज पहले कभी न सुनी थी। अनगढ़ और खरी। गले में खरज। लोअर ओक्तेव को सहलाता खुरदुरा लहजा। सैम कुक ने उसकी आवाज सुनकर कहा था : बॉब के पदार्पण के साथ ही संगीत में सुरीली आवाजों का एकाधिकार समाप्त होता है और सच्ची आवाजों का सफर शुरू होता है।

‘ब्लोइन इन द विंड’ और ‘टाइम्स दे आर अ-चेंजिन’ जैसे उसके गीत युद्ध विरोधी मुहिमों के एंथम बन गए। ‘ब्लोइन इन द विंड’ में वह एक सफेद फाख्ते से, जैसे मनुष्य की नियति से, पूछता है : ‘रेत में सो जाने से पहले, और कितने समुद्र पार करने होंगे तुम्हें?’ और फिर खुद इसका उत्तर देता है : ‘हवाओं पर लिखा है इसका जवाब।’ हवाओं के बदलते रुख पर उसकी नजर थी और वह खुद हवाओं का रुख बदल रहा था।

बॉब डिलन की आवाज की खराशों में मिनेसोटा डाउन से मिसिसिपी डेल्टा तक की सड़क चमकती है, हाईवे 61, जो कि उसके संगीत का जनपथ है। उसने पॉप गीतों को विशुद्ध कविता की ऊंचाइयों तक पहुंचा दिया। लेकिन उसके जीनियस को किसी एक कोष्ठक में बांधना संभव नहीं। वह लोकरंजक होने के साथ ही लोकद्रोही भी है। वह आधुनिक होने के साथ ही आधुनिकता का आलोचक भी है। रॉबी रॉबर्टसन ने उसके बारे में सच ही कहा था : वह विद्रोहों के विरुद्ध विद्रोह कर रहा विद्रोही था। बॉब डिलन संगीत की दुनिया का मार्लन ब्रांडो है। उसने एक नई भंगिमा रची। उसने अपने वर्तमान को भविष्य की भाषा सौंपी।

बॉब डिलन के गीतों के साथ पली-बढ़ी पीढ़ी के लिए उसके गीत दिसंबर की दरमियानी धूप की तरह हैं, जो शहरों को शीशे के कशीदों में बदल देती है, एक चमक और ऊष्मा के साथ। जब-जब यह करिश्मा छीजता है, जी करता है बॉब के पास जाएं और उसके ही शब्दों में उससे कहें : "सांझ का साम्राज्य अब रेत के ढूहों में बिला गया है और पुरानी-खाली सड़कें स्वप्नों के सीमांतों से सुदूर हैं। लेकिन हमारी आंखों में नींद नहीं। मिस्टर टैंबूरिन मैन, कोई गीत सुनाओ..."

2 comments:

vidya said...

hey mr tambourine...
my favourite song....what a rough voice...

प्रवीण पाण्डेय said...

बॉब डिलन के कई गीत सुने हैं..लोकरंग भाता है..