आज से उस्ताद मेहदी हसन खान साहेब की एक दुर्लभ रिकॉर्डिंग की श्रृंखला शुरू कर रहा हूँ. क्लैसिकल गज़ल्स नाम से तीन सी डी का यह सेट मेरे वास्ते अनमोल है. आज सुनिए इस कंसर्ट का पहला हिस्सा जिसमें उस्ताद कुछ अपने कुछ अपने संगीत के बारे में बतलाते हैं.
इस के आगे का हिस्सा कल और उसके बाद पूरा सुनवाया जाएगा.
डाउनलोड यहाँ से कीजिये -
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2 comments:
मज्जा आ गया। मत का मतलब समझकर तो और ज्यादा। मत यानी अक़्ल जैसे पंजाबी में- तेरी मत मारी गई। बहुत हंसी आई। क्योंकि मैंने और क्या विनम्र अंदाज रहा है इस पीढ़ी के उस्तादों का, कमाल।
sachmuch maza aa gaya lekin is se aage bhee to sunwao.
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