Wednesday, May 2, 2012

काया नहिं तेरी


पंडित भीमसेन जोशी से सुनिए कबीरदास जी का एक भजन -


4 comments:

Smart Indian said...

वाह!

Anupama Tripathi said...

मर्मस्पर्शी .....हृदय कलुष धोता हुआ सा .....

मुनीश ( munish ) said...

...और क्या रह जाएगा ।

नीरज गोस्वामी said...

ADBHUT...