Wednesday, May 2, 2012
काया नहिं तेरी
पंडित भीमसेन जोशी से सुनिए कबीरदास जी का एक भजन -
4 comments:
Smart Indian
said...
वाह!
May 2, 2012 at 8:23 AM
Anupama Tripathi
said...
मर्मस्पर्शी .....हृदय कलुष धोता हुआ सा .....
May 2, 2012 at 4:05 PM
मुनीश ( munish )
said...
...और क्या रह जाएगा ।
May 2, 2012 at 11:56 PM
नीरज गोस्वामी
said...
ADBHUT...
May 4, 2012 at 6:50 PM
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वाह!
मर्मस्पर्शी .....हृदय कलुष धोता हुआ सा .....
...और क्या रह जाएगा ।
ADBHUT...
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