आपके और हमारे चहेते गायक नहीं रहे.दरअसल ऐसी शख्सियत को महज़ गायक कहना भी उचित नहीं है.मेंहदी साहब हमारे जीवन का हिस्सा थे और ऐसे में उनका न रहना हमें हमारी रूह से जुदा करता है :-(
...तुम कहीं नहीं गए,शामिल मेरी साँसों में हो, रंजिश ही सही पास मेरे,लौट आओ तुम !
4 comments:
बेहद दुखद खबर... मखमली आवाज़ के मालिक अब सिर्फ अपनी ग़ज़लों में ज़िन्दा रह गए हैं।
इसीलिए वे हमेशा जीवित रहेंगे।
आपके और हमारे चहेते गायक नहीं रहे.दरअसल ऐसी शख्सियत को महज़ गायक कहना भी उचित नहीं है.मेंहदी साहब हमारे जीवन का हिस्सा थे और ऐसे में उनका न रहना हमें हमारी रूह से जुदा करता है :-(
...तुम कहीं नहीं गए,शामिल मेरी साँसों में हो,
रंजिश ही सही पास मेरे,लौट आओ तुम !
Vinamr shradhanjali hai ... Gazal ke mahanayak ko ...
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