बाह केरियोस वाह्लांग
से रू-ब-रू होइये. मेघालय के उस्ताद लोकगायक. अपने मन्द्र मेघस्वर में बाह केरियोस
वाह्लांग मौफलांग के पवित्र वन को वाणी दे रहे हैं इस गीत में. पेड़ अगर गा सकते तो
यूं गाते. एक्सक्लूसिव कबाड़ –
संगीत वह जो प्यारा
है मुझे
संगीत वह जो प्यारा
है मुझे
संगीत जो मुझे भर
देता है गहन विचारों से
वह पुकारता है मुझे, राह दिखाता है मुझे
समय जितना पुराना है
यह
और रहेगा यह चार
मौसमों तक
उठता है धरती की
गहराइयों से
बहता आता है दुईतारा*
के दिल से (*एक पारम्परिक गिटार)
आप सुन सकते हैं
कुदरत में इसकी गूँज
उसे दुईतारा से उड़ान
भरते हुए महसूस करो
वह रिस आता है नसों
में
चला जाता है आत्मा
में
हौले से
बहुत मुलायमियत से
पसारेगा अपने पंख
और थम जाएगा
पानी, धरती और हवा पर
रेशम के बने
इन चार सादे तारों से
वह बजता है मेरे सिर
के भीतर
गाता है मेरे दिल में
हौस जगाता मुझमें
जैसे पानी का बहना
एक अनंत चक्र
अहर्निश
चलता जाता अपने आप
संगीत वह जो प्यारा
है मुझे
संगीत वह जो प्यारा
है मुझे
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नोट: खासी भाषा से इस
गीत का अंग्रेज़ी तर्जुमा किन्तियू बुरोम वार ने किया है. वही इस हिन्दी अनुवाद का स्रोत है. फिल्म बनाई है नितिन दास
ने.
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