‘हाचिको’ फिल्म
आपने ज़रूर देखी होगी. तकरीबन रुला देने वाली यह फिल्म इसी नाम के एक कुत्ते के
बारे में है. वफादारी की अद्वितीय मिसाल हाचिको एक जापानी कुत्ता था. उका स्वामी
एक दिन गुज़र गया और ज़ाहिर है वापस नहीं आया.
यह
उन्नीस सौ पच्चीस की बात है. हाचिको का स्वामी रोज़ एक ही ट्रेन से नियत समय पर
वापस लौटा करता था. और हाचिको उसे बाकायदा रिसीव करने जाया करता. अगले नौ साल तक
अपने स्वामी के इंतज़ार में यह वफादार प्राणी रोज़ उस स्टेशन पर उसी समय जाया करता
था जब तक कि वह खुद नहीं मर गया.
आज
मुझे उसी हाचिको की मरणोपरांत फोटो एक वेबसाईट से हासिल हुई. तु्रन्त शेयर कर रहा
हूँ. आपके घर में छोटे बच्चे हैं या आप के भीतर एक बच्चा अब भी बचा हुआ है तो इस
फिल्म को ज़रूर देखें. बहुत सारा सीखने को मिलेगा.
Hachiko: A Dog's Tale
k
1 comment:
हाचिको ,तुम्हारे जज्बे को सलाम।
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