गालेआनो का गद्य - 7
अनुवादः शिवप्रसाद जोशी
एदुआर्दो गालेआनो लातिन अमेरिका की ऐतिहासिक और समकालीन यातना को दुनिया के सामने लाने वाले लेखक पत्रकार हैं. वे जितना अपने पीड़ित भूगोल के दबेकुचले इतिहास के मार्मिक टीकाकार हैं उतना ही भूमंडलीय सत्ता सरंचनाओं और पूंजीवादी अतिशयताओं के प्रखर विरोधी भी. उनका लेखन और एक्टिविज़्म घुलामिला रहा है. इसी साल 13 अप्रेल को 74 साल की उम्र में कैंसर से उनका निधन हो गया.
प्रस्तुत गद्यांश एडुआर्दो गालेआनो की किताब, मानवता का इतिहास, मिरर्स (नेशन बुक्स) से लिया गया है. हिंदी में इसका रूपांतर गुएर्निका मैगज़ीन डॉट कॉम से साभार लिया गया है. अंग्रेज़ी में इनका अनुवाद मार्क फ़्राइड ने किया है.
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7.
युद्धों
के झूठ
एडवर्टाइज़िंग
अभियान, मार्केटिंग योजनाएं. टार्गेट है जनमत- पब्लिक ओपनियन. युद्ध वैसे ही बेचे
जाते हैं जैसे कारें, झूठ बोलकर.
अगस्त
1964 में, राष्ट्रपति लिंडन जॉनसन ने वियतनामियों पर टोन्किन खाड़ी में दो अमेरिकी
युद्धपोतों पर हमले का आरोप लगाया था.
उसके
बाद राष्ट्रपति ने वियतनाम पर हमला कर दिया, विमान और सेना भेजकर. उन्हें
पत्रकारों और राजनीतिज्ञों से शाबासियां मिली और उनकी लोकप्रियता बुलंदी छूने लगी.
सत्ता में डेमोक्रेट और सत्ता से बाहर रिपब्लिकन एक पार्टी बन गए, कम्युनिस्ट
अतिक्रमण के ख़िलाफ़.
युद्ध
में बड़े पैमाने पर वियतनामियों के संहार के बाद, जिनमें अधिकतर महिलाएं और बच्चे
थे, जॉनसन के रक्षा मंत्री रॉबर्ट मेकनमारा ने स्वीकार किया कि टोन्किन खाड़ी हमला
कभी हुआ ही नहीं था.
जो
मर गए थे वे फिर से जीवित नहीं हो गए.
मार्च
2003 में राष्ट्रपति जॉर्ज बुश ने इराक़ पर अपने जनसंहार के हथियारों से दुनिया को
लगभग तबाह कर देने का आरोप लगाया था, “बेहद घातक अभूतपूर्व
हथियार.”
फिर
राष्ट्रपति ने इराक़ पर हमला कर दिया, विमान और फ़ौज भेजकर. उन्हें पत्रकारों और
नेताओं से प्रशंसाएं मिलीं. और उनकी लोकप्रियता आसमान छूने लगी. सत्ता में
रिपब्लिकन और सत्ता से बाहर डेमोक्रेट एक दल बन गए, आतंकवाद के हमले के ख़िलाफ़
एकजुट.
बड़े
पैमाने पर जब युद्ध ने इराक़ियों का संहार कर दिया, जिनमें ज़्यादातर औरतें और
बच्चे थे, बुश ने स्वीकार किया कि व्यापक जनसंहार के हथियार कभी थे ही नहीं. “बेहद घातक अभूतपूर्व हथियार” उनके अपने भाषण थे.
आने
वाले चुनावों में वो दूसरी बार के लिए फिर से जीत गए.
मेरे
बचपन में, मां बताती थी कि झूठ के पांव नहीं होते. वो ग़लत थी.
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