Monday, July 18, 2016

उस वक़्त उसकी अंगुली में उसकी दी हुई अंगूठी नहीं है

खेल
-अफ़ज़ाल अहमद सैय्यद

सदरे मम्लिकत
आँखों पर पट्टी बांधकर फन फेयर में बोर्ड पर बने गधे के खाके में
उसकी दुम पिन से लगाने की कोशिश कर रहे हैं
तीन लड़कियां खिलखिला कर हंस रही हैं
उनमें से एक
बहुत खूबसूरत है

एक अहम शख्स की महबूबा
उसके कमरे में दबे पाँव आने के बाद
उसकी आँखें मूँदकर
उसे गेस करने को कहती है
उस वक़्त उसकी अंगुली में उसकी दी हुई अंगूठी नहीं है

वजीरे आजम
आँखों पर पट्टी बांधकर
अपने बच्चों के साथ सरसब्ज लान पर
ब्लाइंड मैन बफ़ खेल रही हैं

हम लोगों को
आँखों पर पट्टियां बांधकर
कैदियों की गाड़ियों में धकेला जा रहा है

(लिप्यान्तरण - मनोज पटेल)

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सदरे मम्लिकत  -  राष्ट्रपति
वजीरे आजम  -  प्रधानमंत्री

सरसब्ज  -  हरे-भरे  

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