गोवा की शिथिल, समुद्री छवियों को संसार के सामने पेश करने वाले मारियो मिरान्डा पहले कलाकार थे - गोवा के लोग, उनके विचित्र बाज़ार, ढलवां छतों वाले मकान और भीड़ भरे शराबखाने-कहवाघर.
उनकी रेखाएं अद्वितीय होती थीं. मारियो मिरान्डा को बतौर कार्टूनिस्ट सबसे ज़्यादा प्रसिद्धि उनके बनाए टिपिकल चरित्रों जैसे बण्डलदास और मिस नीम्बूपानी से मिली लेकिन वे एक साधारण कार्टूनिस्ट से कहीं बड़े जीनियस थे. अपनी दुनिया भर की यात्राओं को कार्टूनों और स्केचेज़ के जरिए उकेर कर उन्होंने यात्रावृत्तों के लिए एक नई फॉर्म ईजाद की थी.
पिछले महीने मारियो मिरान्डा ८५ वर्ष की आयु में दिवंगत हुए. उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए उनके कुछ स्केचेज़ पेश हैं -
(ऊपर से नीचे - चोर बाज़ार, पुराना पेरिस, रेस्तरां क्रोकोडाइल, सेंट फ्रांसिस जेवियर, शिवाजी. कुछ स्केच कल भी देखें)
2 comments:
बड़े ही रोचक चित्र..
बहुत अच्छी जानकारी सांझा की आपने..
पहली बार मारियो मिरांडा जी का नाम तब सुना था जब उन्होंने दूरदर्शन के "मिले सुर मेरा तुम्हारा" में गोवा को रीप्रेसेंट किया था...
शुक्रिया.
Post a Comment