Saturday, February 4, 2012
'लंका चल्यो राम' का पूरा संस्करण
काफी समय पहले मैंने उस्ताद नसीरुद्दीन सामी साहेब की आवाज़ में "
लंका चल्यो राम
" बंदिश सुनवाई थी. ढूंढते-खोजते मुझे इस का एक दूसरा संस्करण नेट पर मिल गया. लाहौर में हुई इस मजलिस में उस्ताद जी का कमाल देखिये -
1 comment:
abcd
said...
adbhut
alaukik
advitya
anmol
durlabh
avismarniya
parstuti....!!!!
sadhuvaad bhaai saab.
February 6, 2012 at 12:10 AM
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
1 comment:
adbhut
alaukik
advitya
anmol
durlabh
avismarniya
parstuti....!!!!
sadhuvaad bhaai saab.
Post a Comment