पतरस बुखारी की रचना को स्वर दे रहे हैं जनाब ज़िया मोहिउद्दीन. रचना लंबी है. कोई आधे घंटे की. लेकिन एक भी सेकेण्ड कोई बोर नहीं हो सकता. गारंटी. अभी समय न हो तो डाउनलोड कर लीजिए और फुर्सत में सुनिएगा ज़रूर.
डाउनलोड यहाँ से कीजिये- http://www.divshare.com/download/16857807-959
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