Wednesday, July 4, 2012
बारिश में क्या तन्हा भीगना लड़की !
बारिश में क्या तन्हा भीगना लड़की !
-परवीन शाकिर
बारिश में क्या तन्हा भीगना लड़की !
उसे बुला जिसकी चाहत में
तेरा तन-मन भीगा है
प्यार की बारिश से बढ़कर क्या बारिश होगी !
और जब इस बारिश के बाद
हिज्र की पहली धूप खिलेगी
तुझ पर रंग के इस्म खुलेंगे.
3 comments:
दीपिका रानी
said...
वाहहह!
July 4, 2012 at 2:19 PM
sonal
said...
waah ..parvin ...kyaa likh gai aap
July 4, 2012 at 2:45 PM
Unknown
said...
very nice....!
July 5, 2012 at 8:40 AM
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3 comments:
वाहहह!
waah ..parvin ...kyaa likh gai aap
very nice....!
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