प्राकृतिक आपदा के बाद गोविन्दघाट में फंसे यात्रियों का हाल-चाल जानने कामरेड अतुल सती,मैं और आइसा के साथी महादीप पंवार गए,जोशीमठ से लगभग बीस किलोमीटर की दूरी पर स्थित गोविन्दघाट पहुँचने में ही हमें दो-ढाई घंटे से अधिक समय लग गया.फ़ौज हेलिकोप्टर से आपदा में फंसे लोगों को लाती-ले जाती तो दिखी पर गोविन्दघाट में यात्री बेहद आक्रोशित हैं.विस्तृत रिपोर्ट अगले पोस्ट में लिखता हूँ.फोटो खुद ही तबाही का मंजर बयान कर रहे हैं.
4 comments:
सब सुरक्षित रहें, ईश्वर करे।
ओह ,भयावह !
ਵਾਹੇਗੁਰੂ
sabh sukh sand ho
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