Sunday, June 8, 2008

यू नेवर काउन्ट योर मनी व्हैन यू आर सिटिंग एट द टेबल



१९३८ में जन्मे अमरीकी लोकगायक-गीतकार-फ़ोटोग्राफ़र-प्रोड्यूसर और अभिनेता केनी रोजर्स एक लोकप्रिय नाम है. एक गायक के रूप में केनी बहुत सफल रहे हैं और कई प्रतिष्ठित सम्मान प्राप्त कर चुके हैं. बीबीसी रेडियो के स्टीव राइट को एक बार साक्षात्कार देते हुए उन्होंने 'द गैम्बलर' को अपना सर्वप्रिय गीत बताया था.

आज कबाड़ख़ाने पर वही गीत सुनिये. गीत में एक अनुभवी बूढ़ा जुआरी युवा केनी को जुआ खेलने के सम्बन्ध में बहुत गहरे रह्स्यों से रूबरू कराता चलता है.

गरमियों की एक शाम 'कहीं नहीं' की तरफ़ जा रही एक ट्रेन में थके हुए केनी को एक थका हुआ जुआरी मिलता है. काफ़ी कोशिशों के बाद भी नींद नहीं आती और ऊब से आजिज़ आकर जुआरी केनी से बोलना शुरू करता है. गो उसके पास बताने को बहुत कुछ है पर जुआरी मंजा हुआ है और केनी को फ़ोकट में कतई राय देने के मूड में नहीं है. राय देने से पहले वह केनी की बोतल की बची हुई व्हिस्की खत्म करता है. सिगरेट सुलगाने के लिये माचिस मांगता है और अपने चेहरे को भावहीन बना चुकने के बाद केनी से कहता है: बच्चे, मैं देख रहा हूं कि खेलते वक़्त तुम्हारे पास इक्कों की हमेशा कमी रहती है. अगर जुआ खेलना ही हो तो सही से खेलना आना चाहिये. इसके बाद वह जुए के मूलभूत नियम गिनाना शुरू करता है:

-आपको पता होना चाहिये पत्तों को कब थामा जाय
-आपको पता होना चाहिये पत्तों को कब मोड़ा जाय
-आपको पता होना चाहिये कब खेल से उठ जाना चाहिए
-आपको पता होना चाहिये कब खेल से भाग खड़े होने का वक़्त आ गया है
-आपने जुआ खेलते हुए अपनी रकम कभी नहीं गिननी चाहिये (उसके लिये बाद में, बाज़ी निबट चुकने पर पर्याप्त समय होगा)

... मेरी बकबक अब खत्म. केनी रोजर्स को सुनिये



On a warm summers evenin on a train bound for nowhere,
I met up with the gambler; we were both too tired to sleep.
So we took turns a starin out the window at the darkness
til boredom overtook us, and he began to speak.

He said, son, Ive made a life out of readin people's faces,
And knowin what their cards were by the way they held their eyes.
So if you dont mind my sayin, I can see you're out of aces.
For a taste of your whiskey I'll give you some advice.

So I handed him my bottle and he drank down my last swallow.
Then he bummed a cigarette and asked me for a light.
And the night got deathly quiet, and his face lost all expression.
Said, if you're gonna play the game, boy, ya gotta learn to play it right.

You got to know when to hold em, know when to fold em,
Know when to walk away and know when to run.
You never count your money when you're sittin at the table.
There'll be time enough for countin when the deal is done.

Now evry gambler knows that the secret to surviving
Is knowing what to throw away and knowing what to keep.
'cause evry hands a winner and every hands a loser,
And the best that you can hope for is to die in your sleep.

So when hed finished speaking, he turned back towards the window,
Crushed out his cigarette and faded off to sleep.
And somewhere in the darkness, the gambler, he broke even.
But in his final words I found an ace that I could keep.

You got to know when to hold em, know when to fold em,
Know when to walk away and know when to run.
You never count your money when youre sittin at the table.
Therell be time enough for countin when the dealins done.

You got to know when to hold em, know when to fold em,
Know when to walk away and know when to run.
You never count your money when youre sitting at the table.
Therell be time enough for counting when the dealins done.

3 comments:

tarun mishra said...
This comment has been removed by a blog administrator.
मुंहफट said...

संग्रहणीय प्रस्तुति। बधाई।

विजयशंकर चतुर्वेदी said...

jaldi-jaldi mat chadhaiy3