कल आपने जानकीबाई की आवाज़ में सुनी
थी एक होली. आज उनसे सुनिए राग भैरवी में एक शानदार कम्पोजीशन. इसका मेरे लिए ख़ास
महत्व इसलिए भी है कि इस कम्पोजीशन की शुरुआती पंक्तियाँ मैंने ‘ख़याल दर्पण’ नामक
डॉक्यूमेंट्री में सुनी थी. इस डॉक्यूमेंट्री के बारे में मैं आपको पहले इस ब्लॉग
पर बता चुका हूँ.
1 comment:
वाह । आभार ।
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