दिल्ली की बसंतसेनाएं
- संजय
चतुर्वेदी
सहमत लोगों में
मुन्सी जी अजब खेल है नूरे का
सोभित कर नवनीत लिए सो निकसत राग हजूरे का
सोभित कर नवनीत लिए सो निकसत राग हजूरे का
मीरा सूर नजीर कबीरा
सारे ढक्कन होत भए
अब तौ भैया कलचर पै भी है हमला लंगूरे का
अब तौ भैया कलचर पै भी है हमला लंगूरे का
दरसन था सैलिंदर का
तहरीर उतारी संकर ने
कलापारखी बांचै उसको गाना राजकपूरे का
कलापारखी बांचै उसको गाना राजकपूरे का
आदम सेना सिवसेना पै
चढ़ जा बेटा फरमाई
दिल्ली की बसंतसेनाएं रस पी के अंगूरे का
दिल्ली की बसंतसेनाएं रस पी के अंगूरे का
मरी बिचारी जनता
उल्लू सीधा भया मसीहा का
संसद जाय मदारी बैठा सत्यानास जमूरे का
संसद जाय मदारी बैठा सत्यानास जमूरे का
चढ़ी चासनी कल्चर की
तौ लगे हाथ परमारथ भी
निरंकार है प्रगतिशीलता अगमपंथ कोई सूरे का
निरंकार है प्रगतिशीलता अगमपंथ कोई सूरे का
हाथ लंगोटी आई सारे
भूत भाग के निकस गए
महिमा मिली क्रान्ति का सपना हो गया धूरमधूरे का.
महिमा मिली क्रान्ति का सपना हो गया धूरमधूरे का.
(1991)
1 comment:
गज़ब! मजा आ गया.
Post a Comment