पता नहीं कितनी सारी यादों को जगाता यह फ़ोटो मुझे फेसबुक पर देखने को मिला. नैनीताल में रहने वाले अमित साह ने इसे खींचा है. और इसे यहाँ लगाने की इजाज़त मुझे दी है -
मस्ताने मैपल लीव्स दिखलाने का शुक्रिया । आजकल यहाँ भी इनका मौसम है लेकिन वो लाल होते हैं । ये पीले हैं तो शायद मैपल न हों लेकिन जो भी हों हैं तो सुन्दर ही ।
ये मैपल तो कहीं से नहीं हैं । रात न जाने कैसे लिख गया । देखा जाए तो ये पतझड़ का एक सादा सा चित्र है जिससे आपकी कोई याद जुड़ी होगी और ये आपका निजी मामला है । मुझे तो खाली एक बार नैनीताल जाने का मौका मिला है और उसका तिब्बत बाज़ार ही याद आता है जहाँ दिल्ली के पंजाबी कारोबारी टूरिस्ट हंगामा काट रहे थे । ये दिल्ली के लोग हर जगह गंद क्यों फैलाते हैं ये मेरी समझ से बाहर है जबकि लोग मुझे ही दिल्ली का कहने लगे लेकिन मैं तो टोक्यो वाला हूँ अब मुझे दिल्ली वाला न कहें इनायत होगी ।
7 comments:
dhanyawad dada :)
बेहतरीन फोटो है, उस बेहतरीन शहर का।
खूबसूरत फोटू!
मस्ताने मैपल लीव्स दिखलाने का शुक्रिया । आजकल यहाँ भी इनका मौसम है लेकिन वो लाल होते हैं । ये पीले हैं तो शायद मैपल न हों लेकिन जो भी हों हैं तो सुन्दर ही ।
ये मैपल तो कहीं से नहीं हैं । रात न जाने कैसे लिख गया । देखा जाए तो ये पतझड़ का एक सादा सा चित्र है जिससे आपकी कोई याद जुड़ी होगी और ये आपका निजी मामला है । मुझे तो खाली एक बार नैनीताल जाने का मौका मिला है और उसका तिब्बत बाज़ार ही याद आता है जहाँ दिल्ली के पंजाबी कारोबारी टूरिस्ट हंगामा काट रहे थे । ये दिल्ली के लोग हर जगह गंद क्यों फैलाते हैं ये मेरी समझ से बाहर है जबकि लोग मुझे ही दिल्ली का कहने लगे लेकिन मैं तो टोक्यो वाला हूँ अब मुझे दिल्ली वाला न कहें इनायत होगी ।
beautiful! simply beautiful!!
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