Saturday, February 23, 2008

एक व्यक्तिगत निवेदन

कबाङखाना के सभी साथियों को नमस्कार। इस बीच बहुत सारे नए कबाङियों के आने से काफी रोशन सा है माहौल। पढने-सुनने और समझने के लिए बहुत सा कबाङ जमा हो गया है। कुछ साल दिल्ली में ऑनलाइन अखबार में काम करने के बाद चार साल पहले जब में गांव में आ कर बस गई तो मुझे एक बार भी इंटरनेट की कमी नहीं खली, लेकिन तीन-चार महीने पहले कबाङखाने के बारे में पता चला तो ब्लाग पढने का ऐसा चस्का लगा कि इन दिनों अपने नए जन्में बच्चे की देखभाल की अति व्यस्तता के बीच भी ये कमी खलती है। बहरहाल, फिलहाल तो यह पोस्ट आप सभी विद्वजनों से यह निवेदन करने के लिए है कि कृपया मेरे बालक के लिए कोई नाम सुझाएं। कबाङखाने में ही शिशुजन्म की सूचना पर बहुत से साथियों की शुभकामनाएं मिली, हार्दिक आभार। दरअसल कुछ फुरसत की कमी, कुछ अच्छा नाम चुन सकने की अपनी काबिलियत पर संदेह और कुछ आप जैसे रचनात्मक लोगों से बेहतर विकल्प मिलने के लालच के तहत यह गुजारिश की जा रही है। वैसे तमाम तरह के वैचारिक और बौद्धिक चिट्ठों और बहसों के बीच यह पोस्ट अगर बेतुकी लग भी रही है तो भी झेल जाइए आखिर कबाङखाने में कुछ तो सचमुच कबाङ जैसा लगे।

8 comments:

डा० अमर कुमार said...

हठात मन में पहला नाम यही आया
' अनिमेष '
अनिमेष पाठक

अनूप शुक्ल said...

बहुत खूब! बधाई! बच्चे को खूब सारी मंगलकामनायें।

दिलीप मंडल said...

आप जो नाम रखेंगी, वो आपके बच्चे के लिए सबसे सुंदर नाम होगा। अच्छे-सुखद भविष्य की शुभकामनाएं।

अनिल रघुराज said...

दीपा, शायद मेरा सुझाया नाम आपको रास न आए। फिर भी बालक के उत्तम स्वास्थ्य की कामना के लिए मैं एक नाम प्रस्तुत कर रहा हूं...
नवारुल

चंद्रभूषण said...

दीपा, वनज कैसा रहेगा? वन्या और वनज।

इरफ़ान said...

दीपा के निवेदन में मैं और फ़रज़ाना भी अपना निवेदन मिला देते हैं- हमारे ढाई साल के बेटे गागू(घर में प्यार का नाम)के लिये भी अगर विद्वज्जन कोई नाम सुझाएँगे तो बहती गंगा में हम भी हाथ धो लेने जैसा महसूस करेंगे.

स्वप्नदर्शी said...

कुछ नाम जो मेने अपने बच्चो के लिये चुने थे, पर मेरी चाहत् कुछ ये भी थी कि सभी लोग उनके नाम का सही उच्चारण कर सके, और नाम के बाद जाति न हो. वैसे लड्कियो के नाम की लिस्ट ज्यादा लम्बी थी, पर कुछ लडको के नाम्

-अनिकेत krishn
-हर्ष अवनिमित्र
-कबीर अवनिमित्र
-प्रणय krishn
-प्रणव भारती
-चन्द्र शेखर


हमने बहुत से नाम अपने यार दोस्तो मे घुमा कर बार-बार उनसे पढने को कहा. कुछ का उच्चारण शब्द के अर्थ का अनर्थ भी कर देता था.
अनिकेत = एनिकेट्
अनुषा = एनस हा

और भी बहुत कुछ एक पूरी पोस्ट लिखी जा सकती है. दूसरा एक ध्यान ये भी रखना चाहिये कि नाम बिगाड कर साथ् के बच्चे भविस्य मे क्या कहेंगे ?

मेरे साथ एक लडकी स्कूल मे थी, उसका नाम था,
मालविका = माल बिका हो गया.
एक लड्का था अवधूत = भूत

बाकी हम सब के भी अपने यारी-दोस्ती मे बिगडे नाम भी है.
मेरे बच्चो के बाप का एक और मत था कि नाम गूगल सर्च मे युनिक होना चाहिये, ताकि असानी से ढून्ढा ज सके.

ये सब नाम के बहाने आप सब्को हसाने के लिये. बाकी आप और आशिष जो नाम चुनेगे, वही सबसे बेहतर होगा.

दीपा पाठक said...

शुभकामनाओं व सुझावों के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद। अमर जी, चंदू जी, अनिल जी और सुषमा नाम सुझाने के लिए आभार। बहुत अच्छे-अच्छे नाम हैं लेकिन आशीष का कहना है कि नदी-पहाङ जंगल या हिमनद से जुङा कोई नाम रखा जाना चाहिए सो असमंजस अब भी बना हुआ है। इरफान आपकी बात सुन कर तसल्ली हुई कि नाम रखने में हमने अभी बहुत देर नहीं की है, फिलहाल तो छोटू-मोटू कहने से काम चल ही रहा है। बहरहाल टिप्पणियों के लिए एक बार फिर बहुत शुक्रिया।