आयरलैंड में जन्मीं युवा ब्रिटिश
पेंटर ऐन मैगिल धीरे-धीरे अंतर्राष्ट्रीय स्टार पर कला-समीक्षकों का ध्यान खींच
रही हैं. उनका काम दुनिया के प्रमुख व्यक्तिगत और कॉर्पोरेट संग्रहों में अपने जगह
बना चुका है. सेंट मार्टिन स्कूल ऑफ़ आर्ट से अध्ययन करने के बाद और एक प्रयोगधर्मी
कमर्शियल आर्टिस्ट के तौर पर पुरुस्कृत होने के बाद उनके अब आइकन बन गए विषय और
उनकी नैरेविव शैली उन्हें उच्चतर कला की तरफ ले गए. उनकी पहली एकल प्रदर्शनी १९९२
में हुई. लंदन, यूरोप के बड़े कला केन्द्रों और अमेरिका में प्रदर्शित किया काटा
उनका कार्य दिखलाता है कि उनकी कला में उत्तरोत्तर विकास होता रहा है. उनकी
पेंटिंग्स का गाढ़ा टेक्सचर, उनकी छायाएं, समयहीन सन्दर्भ और बेहद नफीस टोन्स उनकी
सिग्नेचर शैली बन गए हैं. यह उनके समकालीनों में एक विरल संयोजन है.
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