Monday, January 8, 2018

संसार का सबसे अकेला रोज़गार होता है दिल का अकाउंटेंट होना

 


दुनिया का सबसे अकेला रोज़गार
- टोनी होगलैंड

आप सवाल पूछना शुरू करते हैं - मुझसे प्रेम कौन करता है?
और आप की ऐसी-तैसी हो जाती है क्योंकि
अगला सवाल होता है - कितना?

और फिर सैकड़ों घंटों के बाद,
और आप अब भी झुके हुए
अपने आंकड़ों और गिनतियों पर,

फैसला करने की कोशिश करते हुए कि बहुत हो चुका.
यह है संसार का सबसे अकेला रोज़गार:
दिल का अकाउंटेंट होना.

देर रात का वक़्त है. आप निपट अकेले हैं.
और अपनी चारों तरफ़, आप सुन सकते हैं
प्रेम में भीतर जाते - प्रेम से बाहर आते,

लोगों की चहलकदमी की आवाज़,
- घूमने वाले दरवाजों को ठेलते,
झिरियों में अपने सिक्के डालते,

माँगी गयी कीमत चुकाते
जो बदलती रहती है लगातार.
कोई नहीं जानता क्यों.

टोनी होगलैंड (जन्म: 19 नवंबर, 1953)
(* यह कविता मुझ तक बरास्ता मेरी फेसबुक मित्र मन्दिरा चक्रबर्ती पहुँची. और तुरत-फुरत में हुआ यह अनुवाद उन्हीं के कारण संभव हुआ है. उनका आभार!) 

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