Saturday, June 30, 2012

लबों पे नगमे मचल रहे हैं नज़र से मस्ती छलक रही है - मेहदी हसन


खान साहब मेहदी हसन जिस्मानी तौर पर अब इस संसार में नहीं हैं मगर उनकी आवाज़ का जादू हमारे दिलों में भीतर तक भरा रहेगा. आज उनका गाया एक और फ़िल्मी नगमा सुनिए.

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